Pankaj Kumar Yadav

धनुषा धाम

धनुषा धाम

।।गजल।। ✍️पँकज_कुमार_यादब साझक चौपाईरक शाखा शुरु धनुषा धाम प! आब गजल लिखेतै मात्र पियत्माक नाम प!! प्रिय् मित्र लोकनी हाजिर साहित्यिक दलान मे! हम ताकै गेल छलीह रजाक सर के गाम प!! आब गजल लिखेतै मात्र पियत्माक नाम प!! ग्रेन्डमलक कवि जमघट बहुत आद आबए! सोचैत रहैछी जा कमला नदीक बानह प!! आब गजल लिखेतै मात्र पियत्माक नाम प!! अगिला चौपाईर मे दिनेश जी नै पछुएबै! नै त हम पुईग जाईब अपने के दोकान प!! आब गजल लिखेतै मात्र पियत्माक नाम प!! प्रिया कऽ घुमायब माघक मकर मेला ! ध्यान दिने रहिह जानू अपना समान प!! आब गजल लिखेतै मात्र पियत्माक नाम प!!