Saru Kumar Bhim

उनकाे याद


गुलाबकाे फुल अाज अाेईलियर झर्याे सायद
चाेखाे मनकाे माया अाज,अन्त कतै सर्याे सायद

चन्द्र जस्ताे मुहार उन्काे भुल्न कहाँ सक्छुर म
देख्न पनि गाह्राे उनलाई,दुख कष्ट पर्याे सायद

#अन्य